1. अधिकतर मरीज़ों पर कोई अनुषंगी प्रभाव नहीं होते। 2. इन सारे उपचारों के बड़े गंभीर अनुषंगी प्रभाव भी हो सकते हैं. 3. संयोजन उपचार में उदासीनरागी-कोशिकाल्पता, अरक्तता, और बिंबाणु-अल्पता के अनुषंगी प्रभाव महत्वपूर्ण जोखिम है. 4. [30] संयोजन उपचार में उदासीनरागी-कोशिकाल्पता, अरक्तता, और बिंबाणु-अल्पता के अनुषंगी प्रभाव महत्वपूर्ण जोखिम है. 5. यदि ये अनुषंगी प्रभाव तकलीफ़देह हो जायें या बिगड़ जायें तो, चिकित्सक से संपर्क करें। 6. इस उपचार में न तो कोई शल्यक्रिया है और न ही इसके कोई ज्ञात अनुषंगी प्रभाव हैं। 7. बिसफ़ॉस्फोनेट की तुलना में स्ट्रॉन्शियम रीनलेट को अनुषंगी प्रभाव लाभ हासिल है, क्योंकि यह किसी तरह का ऊपरी 8. अनुषंगी प्रभाव नहीं पैदा करता, जो कि हड्डियों की कमजोरी में दवा हटा लिए जाने का सबसे आम कारण है.9. एक अध्ययन में विभिन्न कारणों जैसे, परजीवी संक्रमण, दवाओं के अनुषंगी प्रभाव और शल्यचिकित्सा के परिणामस्वरूप हुई अप्रत्याशित वजनहानि से उत्पन्न 10. उदाहरण के लिए, रेडियेशन थेरेपी या कीमोथेरेपी के काफ़ी अनुषंगी प्रभाव हो सकते हैं जिनमें जी मिचलाना, भूख न लगना, और थकना जैसे लक्षण शामिल है।